मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कीमोथेरेपी से बालों के झड़ने से निपटने के लिए एक आशाजनक जेल विकसित किया

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कैंसर के उपचार के दौरान बालों का झड़ना, जिसे कीमोथेरेपी-प्रेरित एलोपेसिया (CIA) कहा जाता है, एक अत्यंत कष्टदायक दुष्प्रभाव है जो दुनिया भर में लाखों रोगियों के जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करता है। इस समस्या के समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी (MSU) के शोधकर्ताओं ने एक अभिनव जेल विकसित किया है जो बालों के रोम (follicles) को कीमोथेरेपी के हानिकारक प्रभावों से बचाने की क्षमता रखता है। यह विकास उन रोगियों के लिए आशा की एक नई किरण लेकर आया है जो इस भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण दुष्प्रभाव से जूझते हैं।

इस नवीन जेल का नेतृत्व एसोसिएट प्रोफेसर ब्रायन स्मिथ, जो MSU के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग और इंस्टीट्यूट फॉर क्वांटिटेटिव हेल्थ साइंस एंड इंजीनियरिंग के सदस्य हैं, ने किया है। यह जेल लिडोकेन और एड्रेनालाईन जैसे यौगिकों से युक्त है, जो स्कैल्प (सिर की त्वचा) में रक्त वाहिकाओं को संकुचित करके काम करता है। यह संकुचन बालों के रोम तक कीमोथेरेपी दवाओं के प्रवाह को सीमित करता है, जिससे उन्हें होने वाले नुकसान को कम किया जा सके। यह जेल तापमान-उत्तरदायी (temperature-responsive) है; शरीर के तापमान पर यह स्कैल्प से चिपक जाता है और ठंडे तापमान पर पतला होकर आसानी से धुल जाता है, जिससे इसका उपयोग व्यावहारिक और सुविधाजनक हो जाता है।

वर्तमान में, कीमोथेरेपी से बालों के झड़ने को रोकने के लिए स्कैल्प कूलिंग (सिर को ठंडा करने वाली टोपी) ही एकमात्र स्वीकृत विधि है। हालांकि, ये उपकरण महंगे हो सकते हैं और इनके अपने दुष्प्रभाव भी होते हैं। एक रैंडमाइज्ड क्लिनिकल ट्रायल के अनुसार, स्कैल्प कूलिंग ने कीमोथेरेपी के दौरान बालों को बनाए रखने में महत्वपूर्ण वृद्धि दिखाई, जिसमें स्कैल्प कूलिंग समूह के 50% रोगियों ने बाल बनाए रखे, जबकि नियंत्रण समूह में किसी ने भी नहीं। MSU के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित यह नया जेल, स्कैल्प कूलिंग का एक संभावित विकल्प प्रस्तुत करता है, जो रोगियों को एक अधिक सुलभ और प्रभावी समाधान प्रदान कर सकता है।

यह शोध 'बायोमटेरियल्स एडवांसेज' नामक प्रतिष्ठित जर्नल में प्रकाशित हुआ है, और प्रारंभिक परिणाम पशु मॉडल में काफी उत्साहजनक रहे हैं। ब्रायन स्मिथ ने बताया कि उन्होंने रोगियों से बातचीत करने के बाद इस जेल को विकसित करने की प्रेरणा प्राप्त की, जिन्होंने कीमोथेरेपी के कारण बालों के झड़ने के अपने अनुभव साझा किए। यह शोध न केवल वैज्ञानिक नवाचार का एक उदाहरण है, बल्कि यह रोगी-केंद्रित देखभाल के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है, जिसका उद्देश्य कैंसर उपचार के दौरान रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना है।

हालांकि यह विकास अत्यंत आशाजनक है, लेकिन मानव क्लिनिकल परीक्षणों के लिए धन जुटाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया है। इन परीक्षणों के माध्यम से ही जेल की सुरक्षा और प्रभावशीलता की पुष्टि की जा सकेगी। यह प्रयास वैज्ञानिक समुदाय की उस निरंतर खोज को दर्शाता है जो उपचार के दुष्प्रभावों को कम करने और रोगियों को उनके स्वास्थ्य की यात्रा में सशक्त बनाने के लिए समर्पित है। यह जेल, यदि सफल रहा, तो कैंसर रोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत प्रदान कर सकता है, जिससे वे उपचार के दौरान अधिक आत्मविश्वास और गरिमा बनाए रख सकें।

स्रोतों

  • Mountain Democrat

  • MSUToday

  • JAMA Network

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