Processing HI with International (Global) Context angle
टेक्सास में विनाशकारी बाढ़, जिसने जुलाई 2025 में केर काउंटी को तबाह कर दिया, एक ऐसी घटना है जो वैश्विक समुदाय के लिए महत्वपूर्ण सबक सिखाती है। यह घटना जलवायु परिवर्तन के प्रभाव और आपदा तैयारियों के महत्व को उजागर करती है।
बाढ़ की विनाशकारी प्रकृति ने दुनिया भर में आपदा प्रबंधन रणनीतियों की प्रभावशीलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। केर काउंटी में बाढ़ के कारण 104 से अधिक लोगों की मौत हुई, जिससे आपदा प्रतिक्रिया प्रणालियों की अपर्याप्तता का पता चलता है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए बेहतर समन्वय और संसाधन आवंटन की आवश्यकता है।
इस आपदा के बाद, संघीय धन में कटौती पर बहस छिड़ गई है, जिससे मौसम पूर्वानुमान और आपदा प्रतिक्रिया क्षमताओं पर असर पड़ा है। वैश्विक स्तर पर, जलवायु परिवर्तन के कारण चरम मौसम की घटनाओं की बढ़ती आवृत्ति को देखते हुए, आपदा तैयारियों के लिए पर्याप्त धन और संसाधनों का होना आवश्यक है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए।
भारत में भी, बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाएँ एक आम समस्या हैं। टेक्सास की घटना से सबक लेते हुए, भारत को अपनी आपदा प्रबंधन नीतियों को मजबूत करना चाहिए, जिसमें बेहतर चेतावनी प्रणाली, बुनियादी ढांचे का विकास और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग शामिल है। आपदा तैयारियों के लिए वैश्विक दृष्टिकोण अपनाना, भविष्य की आपदाओं से निपटने के लिए महत्वपूर्ण है।