मलेशिया का विनिर्माण क्षेत्र कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) को तेजी से अपना रहा है, जो एक महत्वपूर्ण तकनीकी प्रगति का प्रतीक है। यह रणनीतिक कदम एक व्यापक डिजिटल परिवर्तन पहल का हिस्सा है, जिसमें सरकार एआई-संचालित स्वचालन और स्मार्ट फैक्ट्री प्रौद्योगिकियों को अपनाने का सक्रिय रूप से समर्थन कर रही है।
इस परिवर्तन का मलेशियाई समाज पर गहरा सामाजिक-मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ेगा। एआई के व्यापक उपयोग से नौकरी छूटने की आशंका बढ़ सकती है, जैसा कि प्राइसवाटरहाउसकूपर्स (पीडब्ल्यूसी) के 2021 के एक अध्ययन में पाया गया है कि मलेशियाई लोगों को नौकरी सुरक्षा और स्वचालन का डर है। इसलिए, सरकार को कौशल विकास कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए ताकि श्रमिकों को एआई के साथ काम करने के लिए तैयार किया जा सके।
इसके अतिरिक्त, एआई के उपयोग से डेटा गोपनीयता और एल्गोरिथम पूर्वाग्रह से संबंधित नैतिक चिंताएं भी बढ़ सकती हैं। इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए, मलेशिया को एक मजबूत डेटा शासन और नैतिकता ढांचे की आवश्यकता है। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि एआई सिस्टम निष्पक्ष, पारदर्शी और जवाबदेह हों।
मलेशियाई सार्वजनिक प्रशासन में एआई को अपनाने से आंतरिक संचार में सुधार और त्रुटियों को कम करने में मदद मिल सकती है। एक अध्ययन में पाया गया कि स्कूलों में नवीन नेतृत्व और आईसीटी एकीकरण के बीच सकारात्मक संबंध है। हालांकि, यह भी महत्वपूर्ण है कि एआई के उपयोग से सामाजिक असमानता न बढ़े। एआई के लाभों को सभी सामाजिक वर्गों तक समान रूप से पहुंचाया जाना चाहिए।
मलेशिया में एआई का भविष्य उज्ज्वल है, लेकिन यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि इसका विकास सामाजिक-मनोवैज्ञानिक प्रभावों को ध्यान में रखते हुए किया जाए। सरकार, उद्योग और शिक्षा जगत को मिलकर काम करना चाहिए ताकि एआई का उपयोग मलेशियाई समाज के लाभ के लिए किया जा सके।