पोलैंड ने अवैध आप्रवासन और तस्करी से निपटने के लिए 7 जुलाई, 2025 से जर्मनी और लिथुआनिया के साथ अपनी सीमाओं पर जाँच शुरू कर दी है। यह कदम देश में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
जर्मनी के साथ 52 और लिथुआनिया के साथ 13 सीमा चौकियों पर यात्रियों और वाहनों का निरीक्षण किया जा रहा है। पोलिश अधिकारी अनधिकृत प्रवेश और संबंधित आपराधिक गतिविधियों को रोकने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
यह कदम जर्मनी द्वारा अक्टूबर 2023 से बढ़ाई गई सीमा नियंत्रण के बाद उठाया गया है और इसके 5 अगस्त, 2025 तक चलने की उम्मीद है। यात्रियों को वैध पहचान पत्र रखने की सलाह दी जाती है। प्रधान मंत्री डोनाल्ड टस्क ने कहा कि पोलैंड अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है ।
पोलैंड की इस पहल पर कई तरह की प्रतिक्रियाएँ आई हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यह आवश्यक है, जबकि अन्य इसे यूरोपीय संघ के भीतर मुक्त आवाजाही के सिद्धांतों के खिलाफ मानते हैं। पोलैंड का कहना है कि यह उपाय केवल अस्थायी है और इसका उद्देश्य अवैध आप्रवासन को रोकना है ।
गृह मंत्री टोमाज़ सिमोनिआक ने कहा कि सरकार वैध नागरिकों के लिए असुविधा को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है, जबकि अवैध आप्रवासन से प्रभावी ढंग से निपटा जा रहा है ।