इस्लामाबाद की एक अदालत द्वारा 27 यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगाने के फैसले ने युवाओं के बीच चिंता पैदा कर दी है। युवाओं के लिए, यूट्यूब एक महत्वपूर्ण मंच है जहाँ वे जानकारी प्राप्त करते हैं, अपनी राय व्यक्त करते हैं और रचनात्मक सामग्री का आनंद लेते हैं। इन चैनलों पर प्रतिबंध लगने से उनकी स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति पर असर पड़ेगा। कई युवा इन चैनलों को समाचार और राजनीतिक विश्लेषण के स्रोत के रूप में देखते थे । अब, इन चैनलों के बंद होने से, उन्हें विश्वसनीय जानकारी प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है। यह भी चिंता का विषय है कि क्या सरकार युवाओं को चुप कराने की कोशिश कर रही है। युवाओं का मानना है कि उन्हें अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार होना चाहिए, भले ही वह सरकार की नीतियों के खिलाफ ही क्यों न हो। इस प्रतिबंध से युवाओं में निराशा और अविश्वास की भावना पैदा हो सकती है। युवाओं को यह भी डर है कि यह प्रतिबंध भविष्य में और अधिक सेंसरशिप का कारण बन सकता है। उन्हें चिंता है कि सरकार इंटरनेट पर उनकी गतिविधियों पर और अधिक नियंत्रण रखने की कोशिश करेगी। युवाओं को सरकार से पारदर्शिता और जवाबदेही की उम्मीद है। वे चाहते हैं कि सरकार उन्हें बताए कि इन चैनलों पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया और भविष्य में इस तरह के प्रतिबंधों को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे। युवाओं को अपनी आवाज उठाने और अपने अधिकारों के लिए लड़ने की जरूरत है। उन्हें सरकार को यह संदेश देना होगा कि वे चुप नहीं रहेंगे और वे अपनी स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की रक्षा करेंगे। 24 जून 2025 को न्यायिक मजिस्ट्रेट अब्बास शाह ने यूट्यूब के प्रभारी अधिकारी को इन चैनलों को ब्लॉक करने का आदेश दिया था । यह फैसला नेशनल साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NCCIA) की एक रिपोर्ट के बाद आया, जिसमें दावा किया गया था कि ये चैनल देश विरोधी सामग्री फैला रहे थे। युवाओं को यह समझना होगा कि ऑनलाइन सामग्री की जिम्मेदारी भी उनके ऊपर है। उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे जो सामग्री साझा कर रहे हैं वह सही और विश्वसनीय है। उन्हें दूसरों की राय का सम्मान करना चाहिए और ऑनलाइन बहस में रचनात्मक रूप से भाग लेना चाहिए।
पाकिस्तान में यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध: युवाओं पर प्रभाव और भविष्य की चिंताएँ
द्वारा संपादित: Dmitry Drozd
स्रोतों
Al Jazeera Online
More than two dozen critics of Pakistan government face YouTube ban
Judge orders blocking of 27 YouTube channels
Pakistan court orders YouTube to block channels of ex-PM Imran Khan, journalists
AIC concerned over passage of ‘PECA 2025’
Peshawar High Court petitioned against amendments to cybercrime law
इस विषय पर और अधिक समाचार पढ़ें:
क्या आपने कोई गलती या अशुद्धि पाई?
हम जल्द ही आपकी टिप्पणियों पर विचार करेंगे।