अमेरिकी हाउस ओवरसाइट कमेटी ने जेफरी एफस्टीन की यौन तस्करी की गतिविधियों की जांच के संबंध में न्याय विभाग से फाइलों की मांग करते हुए समन जारी किए हैं। इसके अतिरिक्त, कमेटी ने पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन सहित कई प्रमुख हस्तियों को शपथ-पत्र पर बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया है। यह कदम कांग्रेस की जांच का हिस्सा है, जो एफस्टीन मामले के प्रबंधन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सहित उच्च-प्रोफ़ाइल व्यक्तियों के साथ संभावित संबंधों को लेकर सार्वजनिक हित और द्विदलीय चिंता से प्रेरित है। कमेटी ने छह पूर्व अटॉर्नी जनरल और दो पूर्व एफबीआई निदेशकों को भी समन भेजा है। बिल क्लिंटन, जिनका एफस्टीन के साथ सामाजिक संबंध था और एफस्टीन के विमान से क्लिंटन फाउंडेशन के कार्यक्रमों के लिए यात्रा करते थे, ने एफस्टीन के अपराधों के बारे में किसी भी जानकारी या उसके निजी द्वीप पर जाने से इनकार किया है। एफस्टीन के सहयोगी, गिसलेन मैक्सवेल, जिन्हें यौन तस्करी का दोषी ठहराया गया है, ने कांग्रेस के समक्ष गवाही देने के बदले में माफी या क्षमादान की मांग की थी, लेकिन ओवरसाइट कमेटी ने इस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है, यह कहते हुए कि वे उनकी गवाही के लिए माफी देने पर विचार नहीं करेंगे।
हिलेरी क्लिंटन को 9 अक्टूबर को और बिल क्लिंटन को 14 अक्टूबर को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है। एफस्टीन के 2019 में जेल में हुई मौत के बाद से, उनके सहयोगियों और संभावित रूप से जुड़े प्रभावशाली व्यक्तियों के बारे में अटकलें तेज हो गई हैं। एफस्टीन के निजी द्वीप, लिटिल सेंट जेम्स, के बारे में भी कई दावे किए गए हैं, जिसमें यह भी शामिल है कि यह यौन तस्करी का केंद्र था। डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया है कि उन्होंने एफस्टीन के द्वीप का दौरा नहीं किया, लेकिन उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बिल क्लिंटन ने वहां 28 बार यात्रा की, हालांकि क्लिंटन के कार्यालय ने इस बात से इनकार किया है कि वह कभी द्वीप पर गए थे। यह जांच एफस्टीन के व्यापक नेटवर्क और उसके अपराधों से जुड़े निहितार्थों पर प्रकाश डालने का प्रयास करती है। कमेटी का गिसलेन मैक्सवेल के माफी के अनुरोध को अस्वीकार करना, उनकी गवाही की अखंडता से समझौता किए बिना जानकारी प्राप्त करने की उनकी जांच रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा दर्शाता है। यह मामला सार्वजनिक और राजनीतिक दोनों स्तरों पर निरंतर ध्यान आकर्षित कर रहा है, जो पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग को दर्शाता है।