वर्ष 2025 में, अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव के बीच एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, दोनों देशों ने अपने 90-दिवसीय व्यापारिक विराम को 10 नवंबर, 2025 तक बढ़ा दिया है। यह विस्तार, जो 12 अगस्त, 2025 को प्रभावी हुआ, दोनों महाशक्तियों के बीच जारी बातचीत के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है। यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा 2025 में चीन पर लगाए गए टैरिफ के बाद शुरू हुए व्यापार युद्ध को शांत करने के प्रयासों का हिस्सा है। इस व्यापारिक विराम का उद्देश्य फेंटानिल की तस्करी, व्यापार असंतुलन और अमेरिकी विनिर्माण को पुनर्जीवित करने जैसे जटिल मुद्दों पर चल रही बातचीत को सुविधाजनक बनाना है।
टैरिफ में प्रारंभिक वृद्धि 10% से बढ़कर 125% तक हो गई थी, जिसके जवाब में चीन ने अमेरिकी कृषि पर जवाबी टैरिफ लगाए और निर्यात प्रतिबंध लगाए। इन तनावों के बीच, कई दौर की बातचीत के बाद 90-दिवसीय विराम पर सहमति बनी, जिसमें कुछ टैरिफ में कमी भी शामिल थी। इस विस्तार के साथ, अमेरिका ने Nvidia जैसी कंपनियों को चीन को कुछ चिप्स बेचने के लिए निर्यात लाइसेंस जारी किए हैं, जिसमें इन बिक्री से होने वाली आय का 15% अमेरिकी सरकार को देने की शर्त शामिल है। यह एक अभूतपूर्व कदम है जो राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को दूर करने और राजस्व उत्पन्न करने के बीच संतुलन बनाने का प्रयास करता है। विश्लेषकों का अनुमान है कि इस व्यवस्था से अमेरिकी सरकार को अरबों डॉलर का राजस्व प्राप्त हो सकता है। कृषि क्षेत्र में, राष्ट्रपति ट्रम्प ने चीन से अमेरिकी सोयाबीन की खरीद को चार गुना बढ़ाने का आग्रह किया है, जिसका उद्देश्य व्यापार घाटे को कम करना है। हालांकि, चीन ने हाल के वर्षों में ब्राजील और अर्जेंटीना जैसे देशों से अपनी सोयाबीन की खरीद में विविधता लाई है, जिससे अमेरिकी सोयाबीन किसानों के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं। वर्ष 2025 में चीन का अमेरिकी सोयाबीन आयात 20 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया था। यह विस्तारित व्यापारिक विराम वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए एक अस्थायी राहत प्रदान करता है, लेकिन दोनों देशों के बीच गहरे आर्थिक और रणनीतिक मुद्दों का समाधान अभी भी अनिश्चित है। अमेरिकी व्यवसायों और निवेशकों के लिए, यह अनिश्चितता के बीच एक निश्चितता का क्षण है, जो उन्हें भविष्य की योजनाओं के लिए कुछ स्थिरता प्रदान करता है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आगामी बातचीत इन जटिल संबंधों को कैसे आकार देती है।