नासा के साइकी अंतरिक्ष यान ने पृथ्वी और चंद्रमा की आश्चर्यजनक तस्वीरें ली हैं, जो लगभग 180 मिलियन मील (290 मिलियन किलोमीटर) की दूरी से ली गई थीं। ये तस्वीरें 20 और 23 जुलाई, 2025 को अंतरिक्ष यान के उपकरणों के अंशांकन (कैलिब्रेशन) प्रक्रिया के हिस्से के रूप में ली गई थीं। साइकी के दोहरे कैमरे ने इन तस्वीरों को 10 सेकंड तक के एक्सपोज़र के साथ कैप्चर किया, जिसमें पृथ्वी और चंद्रमा तारों के बीच छोटे बिंदुओं के रूप में दिखाई दे रहे थे।
इन तस्वीरों का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष यान के कैमरों की कार्यक्षमता का परीक्षण करना था, विशेष रूप से यह देखना कि वे सौर मंडल की वस्तुओं से परावर्तित सूर्य के प्रकाश पर कैसे प्रतिक्रिया करते हैं। यह परीक्षण क्षुद्रग्रह 16 साइकी के अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह क्षुद्रग्रह भी सूर्य के प्रकाश को परावर्तित करता है। साइकी मिशन का प्राथमिक लक्ष्य इसी धातु-समृद्ध क्षुद्रग्रह का अध्ययन करना है, जिसे एक प्रारंभिक ग्रह का कोर माना जाता है।
साइकी को अक्टूबर 2023 में लॉन्च किया गया था और यह 2029 में क्षुद्रग्रह तक पहुंचने की उम्मीद है। अपनी यात्रा के दौरान, अंतरिक्ष यान ने 2026 में मंगल ग्रह का गुरुत्वाकर्षण सहायता (ग्रेविटी असिस्ट) का उपयोग किया ताकि इसे और गति मिल सके। इन हालिया इमेजरी परीक्षणों ने अंतरिक्ष यान की क्षमताओं का प्रदर्शन किया है और मिशन की प्रगति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है।
साइकी मिशन के माध्यम से प्राप्त डेटा से हमें हमारे सौर मंडल के निर्माण के बारे में अमूल्य जानकारी मिलने की उम्मीद है। यह मिशन, नासा के डिस्कवरी कार्यक्रम का हिस्सा है, जो हमारे सौर मंडल के बारे में अधिक जानने पर केंद्रित है। इन तस्वीरों से न केवल अंतरिक्ष यान के सिस्टम की पुष्टि होती है, बल्कि यह मिशन के वैज्ञानिक उद्देश्यों के प्रति प्रत्याशा को भी बढ़ाता है।