चेनोआ 15 जुलाई, 2025 को आरटीवीई के ला 1 पर 'डॉग हाउस' नामक एक नया कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगी। यह शो पालतू जानवरों के साथ हमारे व्यवहार और बेघर जानवरों की मदद करने की हमारी जिम्मेदारी के बारे में महत्वपूर्ण प्रश्न उठाता है।
भारत में, सड़कों पर रहने वाले कुत्तों की स्थिति दयनीय है, जहाँ उन्हें भोजन, पानी और आश्रय के लिए संघर्ष करना पड़ता है। 'डॉग हाउस' जैसे कार्यक्रम इन मुद्दों पर प्रकाश डालते हैं और लोगों को देसी कुत्तों को गोद लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, जो भारतीय जलवायु और परिस्थितियों के अनुकूल होते हैं।
देसी कुत्तों को गोद लेना हमारी सामाजिक और नैतिक जिम्मेदारी है। ये कुत्ते हमारी सड़कों का हिस्सा हैं, और उनके प्रति हमारी सेवा अविस्मरणीय है। उन्हें अपनाकर, हम एक जिम्मेदार नागरिक होने का परिचय देते हैं।
सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) ने अपने सेवानिवृत्त खोजी और हमलावर कुत्तों को आम लोगों को गोद देने के लिए पहली बार ऑनलाइन सेवा शुरू की है। यह कदम न केवल इन कुत्तों को एक सुखद जीवन प्रदान करता है, बल्कि प्रशिक्षित कुत्तों के दुरुपयोग को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को भी सुनिश्चित करता है।
'डॉग हाउस' जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से, हम पशु कल्याण के महत्व और जानवरों के प्रति दयालुता को बढ़ावा दे सकते हैं। यह शो हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि हम जानवरों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं और उन्हें बेहतर जीवन देने के लिए हम क्या कर सकते हैं। पालतू जानवरों को गोद लेने के नैतिक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करके, हम एक अधिक दयालु और जिम्मेदार समाज बना सकते हैं।