2025 की गर्मियों में यूरोप के कई हिस्सों में अभूतपूर्व गर्मी की लहरों का अनुभव हुआ, जिससे जंगल की आग का खतरा बढ़ गया। ग्रीस और बाल्कन जैसे क्षेत्रों में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि बुखारेस्ट और रोमानिया के दक्षिणी क्षेत्रों में 41 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किया गया। इस अत्यधिक गर्मी ने जंगलों को शुष्क बना दिया, जिससे वे आग की चपेट में आ गए।
कनाडा में, 2025 का जंगल की आग का मौसम अब तक के सबसे खराब मौसमों में से एक साबित हुआ है। जुलाई के अंत तक, लगभग 180 मेगाटन कार्बन का उत्सर्जन हो चुका था, जो पिछले रिकॉर्डों को पार कर गया था। सस्केचेवान, मैनिटोबा और ओंटारियो जैसे प्रांतों में आग की तीव्रता और उत्सर्जन अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गया। इन आग से निकलने वाला धुआं अटलांटिक पार करके यूरोप तक पहुंच गया। कनाडा के जंगलों ने लगभग 7.3 मिलियन हेक्टेयर भूमि को जला दिया, जो पांच साल के औसत से 78% अधिक है।
यह स्थिति जलवायु परिवर्तन के कारण और भी गंभीर हो गई है, क्योंकि गर्म और शुष्क मौसम आग के फैलने के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ पैदा करते हैं। जंगल की आग न केवल वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) और अन्य ग्रीनहाउस गैसों को छोड़ती है, बल्कि यह जंगलों की कार्बन को अवशोषित करने की क्षमता को भी कम कर देती है। जंगल, जो पहले कार्बन सिंक के रूप में कार्य करते थे, अब कार्बन स्रोत बन गए हैं। जब जंगल जलते हैं, तो उनमें संग्रहीत कार्बन वायुमंडल में छोड़ा जाता है। इसके अलावा, आग लगने से पेड़ मर जाते हैं और सड़ने लगते हैं, जिससे वे कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते रहते हैं और वायुमंडल से कार्बन को अवशोषित करने की उनकी क्षमता समाप्त हो जाती है। यह स्थिति जलवायु परिवर्तन को और बढ़ाती है। उदाहरण के लिए, कनाडा के जंगल की आग से होने वाला कार्बन उत्सर्जन 2023 में मानव गतिविधियों से होने वाले कुल उत्सर्जन से भी अधिक था।
इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए, व्यापक जलवायु नीतियों की आवश्यकता है जो ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने और वन पारिस्थितिकी तंत्र के प्रबंधन दोनों को संबोधित करें। स्थायी वन प्रबंधन प्रथाओं को अपनाना, वनों की कटाई को रोकना और वनीकरण को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण कदम हैं। इन उपायों से न केवल कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद मिलेगी, बल्कि हमारे ग्रह के नाजुक संतुलन को बनाए रखने में भी योगदान मिलेगा। जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए वैश्विक सहयोग और तत्काल कार्रवाई आवश्यक है।