क्रोएशिया के मोहोvo गांव में डेन्यूब नदी के किनारे एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक खोज हुई है। जुलाई 2025 में, पुरातत्वविदों ने लगभग 1,800 साल पुराने एक रोमन गार्ड टावर का पता लगाया है। यह टावर रोमन साम्राज्य की उत्तरी सीमा, डेन्यूब लाइम्स के रक्षा प्रणाली का हिस्सा था और इसे सम्राट मार्कस ऑरेलियस (161-180 ईस्वी) के शासनकाल के दौरान बनाया गया था। यह खोज रोमन साम्राज्य की सैन्य रणनीति और उस काल के जीवन पर प्रकाश डालती है।
यह लकड़ी का ढांचा, जो लगभग छह मीटर ऊंचा था, रणनीतिक रूप से एक ऐसे स्थान पर स्थित था जहाँ से आसपास के बड़े क्षेत्र का उत्कृष्ट दृश्य मिलता था। तीन तरफ से गहरी खाइयों से प्राकृतिक सुरक्षा प्राप्त थी। यह टावर पास के अन्य रक्षात्मक ढांचों, जैसे कि इलोक और सोटिन में स्थित टावरों से दृश्य संचार के माध्यम से जुड़ा हुआ था, जो लगभग 12 किलोमीटर दूर थे। इस टावर का निर्माण दूसरी शताब्दी के अंत में हुआ था और यह तीसरी शताब्दी तक सक्रिय रहा, जो मार्कोमानिक युद्धों (लगभग 166-180 ईस्वी) के दौरान साम्राज्य की सीमाओं की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था।
खुदाई के दौरान, पुरातत्वविदों को कई कलाकृतियाँ मिलीं, जिनमें फाइबुले (कपड़ों को जोड़ने वाली पिन), हथियारों के टुकड़े, घुड़सवारी के उपकरण और मिट्टी के बर्तन शामिल हैं। ये वस्तुएं रोमन सैनिकों के दैनिक जीवन और उनकी गतिविधियों में अंतर्दृष्टि प्रदान करती हैं। विशेष रूप से, एक लोहे की कुल्हाड़ी मिली है, जिसका उपयोग संभवतः एक औजार के रूप में किया जाता था। इन खोजों से पता चलता है कि यह टावर केवल एक निगरानी चौकी नहीं था, बल्कि एक सक्रिय सैन्य स्थल था।
इस टावर के नीचे, प्रारंभिक कांस्य युग (लगभग 2500-2200 ईसा पूर्व) की विंकोवसी संस्कृति से संबंधित एक पूर्व प्रागैतिहासिक बस्ती के अवशेष भी मिले हैं। यह दर्शाता है कि यह क्षेत्र रोमन काल से भी बहुत पहले से बसा हुआ था और इसका एक लंबा इतिहास रहा है। विंकोवसी संस्कृति, जो सिरम और पूर्वी स्लावोनिया के क्षेत्रों में विकसित हुई थी, उस समय की एक महत्वपूर्ण संस्कृति थी।
यह खोज डेन्यूब के किनारे रोमन साम्राज्य की रक्षात्मक रणनीतियों पर नई रोशनी डालती है और प्राचीन काल में इस क्षेत्र में मौजूद विभिन्न संस्कृतियों के बीच अंतःक्रिया को समझने में मदद करती है। अप्रैल 2025 में शुरू हुई यह खुदाई संस्कृति और मीडिया मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित है और आने वाले वर्षों में भी जारी रहने की उम्मीद है। इसका उद्देश्य इस पुरातात्विक स्थल और रोमन साम्राज्य की रक्षा में इसकी भूमिका के बारे में हमारे ज्ञान को और गहरा करना है। यह टावर रोमन इंजीनियरिंग, रणनीति और उस समय की चुनौतियों का सामना करने की क्षमता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।